पहला न्यूरोलॉजी अस्पताल: 3 करोड़ की लागत से तीन मंजिला बिल्डिंग का होगा निर्माण, UP-राजस्थान के मरीजों को भी मिलेगा फायदा

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ग्वालियर। मध्य प्रदेश का पहला सरकारी तीन मंजिला न्यूरोलॉजी अस्पताल ग्वालियर में बनने जा रहा है. जिसके लिए 3 करोड़ रुपए की राशि भी मंजूर हो चुकी है. हॉस्पिटल बनने से उत्तर प्रदेश और राजस्थान से ग्वालियर आने वाले मरीजों को इसका काफी फायदा मिलेगा. अब तक ग्वालियर के जयारोग्य चिकित्सालय में न्यूरोलॉजी-न्यूरोसर्जरी कंबाइड रूप से एक ही छत के नीचे संचालित हो रहे हैं।
गजरा राजा मेडिकल कॉलेज के JAH समूह में अभी तक न्यूरोलॉजी-न्यूरोसर्जरी विभाग एक ही भवन में संचालित है. लेकिन अब न्यूरोलॉजी के मरीजों को मेडिसिन आईसीयू या ट्रॉमा सेंटर में भर्ती नहीं करना पड़ेगा और उनका इलाज भी बेहतर होगा. क्योंकि जल्द ही न्यूरोलॉजी का तीन मंजिला हॉस्पिटल JAH कैंपस में बनने जा रहा है. जिसके लिए 3 करोड़ रुपए की राशि भी स्वीकृत हो चुकी है. हॉस्पिटल न्यूरोलॉजी विभाग के पास बनी पुरानी किचन की जगह पर बनाया जाएगा.
नया न्यूरोलॉजी हॉस्पिटल 3 मंजिला का होगा. अस्पताल में ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों के लिए 10 बेड की यूनिट अलग से होगी. अभी ऐसे मरीजों को न्यूरोलॉजी के अन्य मरीजों के साथ ही भर्ती करना पड़ता है. गंभीर मरीजों के लिए 10 बेड का ICU होगा. जबकि महिला और पुरुष मरीजों के लिए 40 बेड का अलग-अलग वार्ड होगा. वर्तमान में न्यूरोलॉजी के पास ICU नहीं होने के कारण मरीजों को मेडिसिन ICU में भेजना पड़ता है. नए हॉस्पिटल में OPD के पास ही 10 बेड की एक इमरजेंसी यूनिट भी बनाई जाएगी. हॉस्पिटल बनने के बाद इसमें न्यूरो कैथलैब बनाने की भी विभागाध्यक्ष की प्लानिंग है. जहां उन मरीजों की एंजियोग्राफी की जाएगी, जिनके दिमाग में खून का धक्का जम गया हो.
बता दें कि न्यूरोलॉजी विभाग की OPD में हर माह अंचल के साथ ही उत्तर प्रदेश के झांसी और राजस्थान के धौलपुर के मरीजों की भी संख्या अधिक रहती है. ऐसे में नए हॉस्पिटल के निर्माण से मरीज को काफी लाभ मिलने वाला है.