गुना। गुना जिले के धरनावदा थाना क्षेत्र अंतर्गत खेत पर रखवाली कर रहे एक किसान को अर्धरात्रि में पांच लोग आकर आंखों पर पट्टी व दोनों हाथ बांधकर मोटरसाइकिल पर बिठाकर करीब 2 घंटे तक चलते रहे और घनघौर जंगल में जाकर छोड़ दिया। किसी तरह किसान अपने हाथों और आंखों से पट्टी हटाने में कामयाब रहा और फिर जंगल जंगल भटकता हुआ बजरंगगढ़ थाने पहुंचा। उसके बाद परिजनों को सूचना दी गई और फिर इस मामले में पांच लोगों पर विभिन्न धाराओं में मामला पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार -
फरियादी उमराव पुत्र स्व. गेंदालाल जाति ओझा उम्र 65 वर्ष निवासी ग्राम खेजरा बाबा ने रिपोर्ट किया कि दिनांक 20.05.24 को मैं अपने महुआ वाले खेत पर प्याज एवं ककङी की फसल की रखवाली करने के लिये घर से 09.30 बजे खेत पर बसने गया था।
फिर खेत का मुआयना कर करीबन 02 घंटे बाद नींद लगने से सो गया था । फिर करीबन ङेढ दो घंटे बाद चार लोग मोटरसाईकिलों से आये, आते ही सभी मुझे गालियाँ देते हुये बोले अगर जमीन नही छोङी तो तुझे जान से खत्म कर देंगे। मैने चारों को उनकी आवाज से पहचान लिया था जो खेजरा गांव के जीतू पारदी , तौहीन पारदी एवं जीते पारदी पुत्रगण किरन पारदी एवं महेश पुत्र प्रेमङा थे।
जिनसे मेरा जमीन का विवाद चल रहा है । फिर चारों ने मेरे खेत पर बने कुयें पर रखे इंजन की भी तोङफोङ कर इंजन का नुकसान कर दिया और फिर मेरी आँखें पर मेरी साफी को कसकर बांध दिया और मेरी पहनी हुई धोती के एक छोर को खोलकर मेरे दोनों हाथ बांध दिये और मुझे मोटर साईकिल पर बीच में बिठाकर कहीँ लेकर चले गये। इस दौरान करीबन 02 घंटे मोटरसाईकिल चलाने के बाद मुझे एक जंगल में छोङकर वहाँ से चले गये फिर मैं रात में वहीं जंगल में पङा रहा, और मैने जैसे तैसे अपने दोनों हाथों फिर आंख पर बंधी पट्टी को खोला और काफी देर चलने के बाद मैं बजरंगगढ थाना पहुँच गया था । फिर थाना वालों ने मेरे परिवारवालों को खबर कर दी थी थोङी देर बाद मेरा छोटा लङका नीरज ओझा बजरंगगढ थाना पर आ गया था जिसके साथ में घर चला गया और सारी घटना अपने परिवार वालों को बतायी थी । पुलिस ने जुर्म धारा 347, 294, 506, 427, 34 भादवि का पाया जाने से अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है ।