चुनाव में करोड़ों खर्च हो गए हैं, 50 लाख दे... BJP विधायक के देवर पर कृषि अधिकारी का अपहरण कर फिरौती मांगने का आरोप

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चुनाव में करोड़ों खर्च हो गए हैं, 50 लाख दे... BJP विधायक के देवर पर कृषि अधिकारी का अपहरण कर फिरौती मांगने का आरोप
गुना। गुना के चाचौड़ा विधानसभा सीट से विधायक प्रियंका पैंची के देवर अनिरुद्ध मीना पर कृषि उपसंचालक ने अपहरण और फिरौती का आरोप लगाया है। कृषि उपसंचालक ने आरोप लगाया है कि उन्हें बंधक बनाकर 50 लाख रुपए की मांग की गई और जान से मारने की धमकी दी गई।
चांचौड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक प्रियंका मीना के देवर पर कृषि उप संचालक ने अपने अपहरण, धमकाने और रुपये मांगने के गंभीर आरोप लगाकर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से कार्रवाई की मांग की है। मामले में जांच शुरू हो गई है। वहीं, विधायक व उनके देवर ने आरोपों को झूठा बताकर अधिकारी पर साजिश करने का आरोप लगाया है।
कृषि विभाग के उप संचालक अशोक उपाध्याय ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत की है, कि चांचौड़ा विधायक प्रियंका मीना के देवर अनिरुद्ध मीना के फोन करने के अगले दिन 21 जून की सुबह 11 बजे वह विधायक के कार्यालय पैंची पहुंचे। यहां विधायक के देवर अनिरुद्ध ने उर्वरक की उपलब्धता के संबंध में जानकारी ली। उनको जानकारी दे दी गई। चूंकि दोपहर 12 कलेक्टर के साथ बैठक थी इसलिए उनसे जाने की अनुमति मांगी तो अनिरुद्ध ने नहीं जाने दिया और दूसरे कमरे में बैठा दिया।
उप संचालक ने शिकायत में कहा है कि अनिरुद्ध ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया और उनका मोबाइल लेकर दूर रख दिया। इसके बाद गालियां देते हुए कहा कि, जब यहां बुलाया जाता है, तो तत्काल एक घंटे में उपस्थित हुआ करें। यह भी कहा कि कलेक्टर क्या होता है, यहां तो एसडीएम, तहसीलदार रोज आते हैं।
उप संचालक ने शिकायत में लिखा है कि अनिरुद्ध ने कहा कि तुम बहुत पैसे कमा रहे हो, 50 लाख रुपये मेरे पास भिजवाओ। यदि पैसे नहीं दिए तो तुम्हारे खिलाफ विधानसभा में प्रश्न लगवाएंगे। यह बात किसी को बताई तो जान से मार देंगे। यह भी कहा यदि मैडम (विधायक) होतीं तो अच्छे से पिटाई हो जाती।
दूसरी ओर, विधायक के देवर अनिरुद्ध मीना ने सोशल मीडिया पर मामले की सफाई देते हुए वीडियो पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने सभी आरोप झूठे बताते हुए एक व्यापारी के समक्ष बातचीत का हवाला दिया है।
चांचौड़ा विधायक प्रियंका ने कृषि उप संचालक अशोक उपाध्याय के सभी आरोप झूठे बताते हुए साजिश की बात कही है। उन्होंने कहा कि 21 जून को उप संचालक यहां आए थे और शिकायत चार दिन बाद शिकायत कर रहे हैं। यह बात सही है कि 21 जून को उन्हें मेरे देवर ने बुलाया था, क्योंकि, चांचौड़ा में खाद नहीं भेजी जा रही है। हम जनप्रतिनिधि हैं और किसान रोज हमसे खाद की मांग कर रहे हैं। ऐसे में किसानों के सामने ही कृषि अधिकारी को बुलाकर बात करने को बुलाया था। इस दौरान खाद को लेकर पूछताछ की थी।
इनका कहना है -
-उप संचालक कृषि ने एसपी से मामले की शिकायत की है। मुझे भी शिकायत की एक प्रति दी है। प्रकरण की जांच करा रहे हैं। जांच के उपरांत उचित कार्रवाई की जाएगी।
-डा. सतेन्द्र सिंह, कलेक्टर,
गुना कृषि उप संचालक ने मामले की शिकायत की है। आवेदन उप पुलिस अधीक्षक कार्यालय भेजकर जांच कराई जा रही है। जांच के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
संजीव कुमार सिन्हा, पुलिस अधीक्षक, गुना

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गौवंश के अवैध परिवहन में 02 ट्रक एवं 01 पिकअप राजसात
गुना। गौवंश को निर्ममता एवं क्रूरतापूर्वक भरकर परिवहन करते हुए पाये जाने पर जप्‍त दो आयशर ट्रक एवं एक पिकअप बुलेरों को शासन पक्ष में राजसात करने के आदेश जारी किए गये हैं।
पुलिस अधीक्षक जिला गुना से प्राप्‍त प्रतिवेदनों के आधार पर वाहन आयशर ट्रक क्रमांक यूपी 15 जीटी 1306 में अवैध रूप से 19 नग गाय/गौवंश, आयशर ट्रक क्रमांक एमपी 41 जीए 0228 में अवैध रूप से 16 नग गौवंश (बछड़ो) एवं पिकअप बुलेरो क्रमांक एमपी 08 जीए 2933 में अवैध रूप से 07 नग गौवंश (बैल/बछड़ों) अवैध रूपये से परिवहन करते पाये गये थे। जिस पर से उक्‍त वाहनों को जप्‍त कर अपराध पंजीबद्ध किया गया।
संपूर्णं प्रकरण में कलेक्‍टर एवं जिला मजिस्‍ट्रेट द्वारा आदेश जारी कर विवेचना एवं तथ्‍यों के आधार पर गौवंश का अवैध परिवहन में संलग्‍न जप्त वाहनों को गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 2004 की धारा 11(5) के तहत शासन पक्ष में राजसात/ अधिग्रहण करने के आदेश जारी किए गए हैं। इसके साथ ही संबंधित अनुविभागीय अधिकारी को उक्‍त राजसात वाहनों की सार्वजनिक नीलामी कराई जाकर प्राप्‍त राशि शासकीय मद में जमा कराने निर्देशित किया गया है।